अलवर के लोग एक दिन में 3 लाख रुपए के पेन किलर का सेवन कर लेते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
अलवर जिले में एक ही दिन में करीब 55 हजार लोग दर्द निवारक दवा खाते हैं और बाम खरीदते हैं। एक दिन का सिर और बदन दर्द 3 लाख रुपए का बैठता है। दवाइयों के बिकने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। अलवर जिले में बीते कुछ सालों में दर्द निवारक दवाइयों की बिक्री बढ़ती जा रही है। लोग थोड़े से सिरदर्द और कमर दर्द में ऐसी दवाइयां तत्काल ही निगल लेते हैं। लोगों ने घरों में ऐसी दर्द निवारक दवाइयों के पत्ते के पत्ते खरीद कर रख रखे हैं। हालात यह है कि ऐसी दवाइयां ग्रामीण क्षेत्रों में भी खूब बिक रही हैं जो कहीं हरे पत्ते के नाम से प्रसिद्ध हैं। ग्रामीण दवाइयों का रंग बताकर इन्हें दवाइयों की दुकान से ही नहीं परचूनी की दुकानों से भी खरीद लेते हैं। कुछ लोगों को तो ये दवाइयां खाने की आदत ही पड़ गई है जो यह दवाई लिए बिना सो भी नहीं सकते हैं। इन दवाइयों के साथ सिर व कमर में लगाने वाली बाम की बिक्री भी निरन्तर बढ़ रही है।
लोग हो रहे असाध्य बीमारियों के शिकार
पेन कीलर के बढ़ते प्रयोग से लोग असाध्य बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। बहुत से लोगों की इनके अधिक सेवन से किडनी तक खराब हो रही हैं। इससे शरीर में अनिद्रा, बैचेनी और घबराहट होती है।
पेन किलर लेते समय ये रखें ध्यान: –
खाना खाने के 30 मिनट बाद दवाई लें
जितना हो सके ये दवाइयां नहीं खाए
ऐसी दवाइयां पानी के साथ ही लें
यह कहते हैं चिकित्सक
राजकीय सामान्य चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मोहन लाल सिंधी का कहना है कि पेन किलर कम से कम खाने चाहिए। यदि आपको बार-बार दर्द हो रहा है तो चिकित्सक को आवश्यक रूप से दिखाए। इस मामले में लापरवाही सही नहीं है। अलवर जिले में दर्द निवारक दवाइयों का सेवन लोग अपनी मर्जी से करते हैं जिससे कई असाध्य बीमारियां उन्हें हो जाती है।