लोकसभा चुनाव में अलवर पुलिस ने लाइसेंसी हथियार तो लगभग जमा कर लिए हैं, लेकिन अवैध हथियार चुनाव पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। क्योंकि जिले में वैध से कई गुना ज्यादा अवैध हथियार हैं, जो गुंडे-बदमाश छिपाकर बैठे हैं। हालांकि पुलिस ने अवैध हथियारों की धरपकड़ कर रही है, लेकिन अभी भी न जाने कितने ही अवैध हथियार पुलिस के कब्जे से दूर हैं। जो चुनाव में पुलिस के लिए सिरदर्द बन सकते हैं।
अलवर लोकसभा चुनाव में अलवर पुलिस ने लाइसेंसी हथियार तो लगभग जमा कर लिए हैं, लेकिन अवैध हथियार चुनाव पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। क्योंकि जिले में वैध से कई गुना ज्यादा अवैध हथियार हैं, जो गुंडे-बदमाश छिपाकर बैठे हैं। हालांकि पुलिस ने अवैध हथियारों की धरपकड़ कर रही है, लेकिन अभी भी न जाने कितने ही अवैध हथियार पुलिस के कब्जे से दूर हैं। जो चुनाव में पुलिस के लिए सिरदर्द बन सकते हैं
अलवर जिले में लाइसेंसी हथियार कुल ३०३१ हैं। लोकसभा चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर इनमें से पुलिस अब तक २८०३ लाइसेंसी हथियारों को सम्बन्धित पुलिस थानों में जमा कर चुकी है। शेष लाइसेंसी हथियार जो बैंक गार्ड, सिक्योरिटी गार्ड या फिर एेसे सैनिकों के पास है जो फिलहाल जिले से बाहर है। इन शेष हथियारों को जमा करने या फिर कार्रवाई से दूर रखने के सम्बन्ध में प्रशासन की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकें हो रही हैं।
अब तक १५५ अवैध हथियार जब्त
लोकसभा चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर जिला पुलिस की ओर से अवैध हथियारों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। जिसके तहत जनवरी से अब तक पुलिस १५५ अवैध हथियार जब्त कर चुकी है। पुलिस ने अवैध हथियार बनाने वाली तीन छोटी-मोटी फैक्ट्रियों पर भी रेड की है। वहीं, अवैध हथियारों के साथ करीब १६० लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आसानी सप्लाई कर रहे हथियार
हथियार तस्कर जिले में आसानी से हथियार सप्लाई कर रहे हैं। देसी कट्टा तीन से साढ़े तीन हजार और पिस्टल २० से २२ हजार रुपए में पिस्टल बेचते हैं। डील होने पर हथियारों की होम डिलीवरी तक देते हैं।
यहां से आ रहे अवैध हथियार
हरियाणा के धारुहेड़ा, रेवाड़ी, गुरुग्राम, महेन्द्रगढ़, नारनौल, पलवल, झज्जर, पटौदी, भिवानी, नूह मेवात, झिरका फिरोजपुर, उत्तरप्रदेश के आगरा, अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, हाथिया-बरसाना, शेरगढ़-मथुरा, मध्यप्रदेश के खरगोन व मंदसौर तथा बिहार के मुंगेर आदि इलाके से अवैध हथियार अलवर तक आ रहे हैं। भरतपुर के कैथवाड़ा, नगर, कामां, सीकरी, जुरहेरा व सुंदरावली, धौलपुर के बाड़ी, सरमथुरा, मनियां से भी अवैध हथियार सप्लाई हो रहे हैं। इसके अलावा अलवर जिले के रामगढ़, नौगांवा, गोविंदगढ़, लक्ष्मणगढ़, तिजारा व भिवाड़ी में भी अवैध हथियार तैयार हो रहे हैं।
कार्रवाई लगातार जारी
लोकसभा चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर जिले में लाइसेंसी हथियार लगभग जमा किए जा चुके हैं। अवैध हथियारों के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। जनवरी से अब तक १५५ अवैध हथियार जब्त किए जा चुके हैं।
– राजीव पचार, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर।